Wednesday, June 24, 2009
प्रतिक्रमण
हे परमकृपालु परमात्मा, हें इश्वर, हैंप्रभु,
हमसे यह जन्म और अगले जन्म मैं हमारी समज मैं और हमारी जानकारीके बिना जो भी अपराध हुए
हैं वह सब के लिए हम आपसे क्षमा चाहते हैं । आप अपना बालक समजके हमें क्षमा कीजिये हमारे द्वारा इस जगतकी कोई जीवित या स्वर्गस्थ आत्मा को किसी प्रकार की शारीरिक, आर्थिक और मानसिक असुविधा हुई हो तो उसके लिए हम, अपने अंतःकरणसे उस हर कोई जीवित या स्वर्गस्थ आत्मा की अपने सच्चे रुदय से क्षमा चाहते हैं।
हमारी यह प्रार्थना का स्वीकार करके, आप हमें सत्य का रास्ता दिखा कर, हमारा जीवन को सुधरनेका का एक मौका अवश्य प्रदान करे, यही हमारी आपसे विनंती हैं।
हमारी यह विनन्तहै की हमें आप इस प्रकारकी सद्द्ब्बुस्धि दे कि, हम आगे इस प्रकार जीवन जिए की
हमें अब भविष्यमें प्रतिक्रमण करने की आवश्यकता ही न हो।
हर कोई व्यक्ति अगर सुबह और शाम नियमित यह प्रार्थना करे तो उनकी आवाज़ इश्वर तक जरूर पहुँचेगी और इश्वर की असीम कृपा की वर्षा होगी और व्यक्ति को अपना जीवन को सही रस्ते पर ले जा ने की क्षमता प्रदान होगी यह बात शंका रहित हैं.
हमसे यह जन्म और अगले जन्म मैं हमारी समज मैं और हमारी जानकारीके बिना जो भी अपराध हुए
हैं वह सब के लिए हम आपसे क्षमा चाहते हैं । आप अपना बालक समजके हमें क्षमा कीजिये हमारे द्वारा इस जगतकी कोई जीवित या स्वर्गस्थ आत्मा को किसी प्रकार की शारीरिक, आर्थिक और मानसिक असुविधा हुई हो तो उसके लिए हम, अपने अंतःकरणसे उस हर कोई जीवित या स्वर्गस्थ आत्मा की अपने सच्चे रुदय से क्षमा चाहते हैं।
हमारी यह प्रार्थना का स्वीकार करके, आप हमें सत्य का रास्ता दिखा कर, हमारा जीवन को सुधरनेका का एक मौका अवश्य प्रदान करे, यही हमारी आपसे विनंती हैं।
हमारी यह विनन्तहै की हमें आप इस प्रकारकी सद्द्ब्बुस्धि दे कि, हम आगे इस प्रकार जीवन जिए की
हमें अब भविष्यमें प्रतिक्रमण करने की आवश्यकता ही न हो।
हर कोई व्यक्ति अगर सुबह और शाम नियमित यह प्रार्थना करे तो उनकी आवाज़ इश्वर तक जरूर पहुँचेगी और इश्वर की असीम कृपा की वर्षा होगी और व्यक्ति को अपना जीवन को सही रस्ते पर ले जा ने की क्षमता प्रदान होगी यह बात शंका रहित हैं.
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